
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में 9 साल की बच्ची के साथ रेप-हत्या के मामले में कांग्रेस ने केन्द्र सरकार पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि महिला विरोधी और दलित विरोधी होना इस सरकार का चाल और चरित्र बनता जा रहा है। पहले 9 वर्ष की बेटी, फिर 6 साल की बेटी, ऐसी नृशंस घटनाओं को सुनकर देश का दिल दहल गया. कानून-व्यवस्था की धज्जियां उड़ा दी गई, लेकिन प्रधानमंत्री,गृहमंत्री और तमाम मंत्रियों के मुँह से एक शब्द नहीं फूटा. सरकार के 8 मंत्री मिलकर विपक्ष के खिलाफ झूठ फैलाने में लगे हैं. लेकिन एक बेटी की न्याय की लड़ाई में एक शब्द नहीं बोल सकते। ये उनका असली चाल और चरित्र है।
राजधानी दिल्ली में 9 साल की बच्ची के साथ रेप-हत्या की घटना के बाद लोगों में गुस्सा है. घटना के बाद 2 अगस्त को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग घटनास्थल पर जाकर संज्ञान लिया. राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग (NCSC) ने ट्विटर पर जगह का नाम लिखते हुए तस्वीर भी शेयर की थी. इस मामले में श्मशान में स्थित मंदिर के पुजारी राधेश्याम समेत 4 लोग आरोपी हैं।
4 अगस्त को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने घटनास्थल पर जाकर पीड़िता के माता-पिता की तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की. जिसके बाद ट्विटर ने राहुल गांधी का अकांउट ब्लॉक कर दिया।
कांग्रेस प्रवक्ता उदित राज ने कहा कि जब दिल्ली में निर्भया कांड हुआ, उस समय श्री मनमोहन सिंह और श्रीमती सोनिया गांधी डेड बॉडी रिसीव करने गए. अंतिम संस्कार में मनमोहन सिंह जी गए, पर अब दिल्ली की नाबालिग बच्ची के रेप-हत्या पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नें एक ट्वीट भी नहीं किया.